मैं Abdur Razique हेल्थ और फिटनेस ब्लॉगर। मैं naturalwaycure.com का Owner भी हूँ। मैं इस ब्लॉग के माध्यम से स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी और अवगत कराता हूँ ताकि लोग अपने जीवन को खुशी और निरोगी जी सके।
अपने बारे में: मैंने अपने जीवन में जब से प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाया और जो परिणाम मिला वो कोई चमत्कार से कम नहीं था। यही कारण था कि इस प्राकृतिक चिकित्सा के शरण में धीरे-धीरे आ गया। अब हमें कोई भी समस्या होती है तो मैं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से अपने आप को ठीक कर लेता हूँ वो भी सामान्य घरेलू नुस्खों से। हमें तो बिल्कुल याद नहीं है कि हम कभी खांसी के लिए कफ सीरप पीया होगा और गैस के लिए कोई गैस की दवा खायी होगी।
स्वस्थ रहने के मूल मंत्र: स्वस्थ रहना कोई रॉकेट साइंस नहीं है या चमत्कार वाली बात नहीं है। ये 6 मूल मंत्र जो भी अपने जीवन में उतार लिया वो हमेशा स्वस्थ रहेगा। ये 6 मंत्र हवा, पानी, मिट्टी, धूप, आहार और जीवनशैली हैं।
हवा: हवा का मतलब है कि आप जहीं भी हो ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान प्रदान शुद्ध हो ताकि मैं बीमार होने से बचें।
पानी: पानी से ये तात्पर्य है कि जो आप पानी पीते हैं वो शुद्ध हो और पीने का तरीका सही हो। दूषित पानी आपको बीमार कर सकता है।
मिट्टी: मिट्टी की उपयोगिता की जितनी तारीफ की जाये उतनी कम है। पहले के लोग कम और अभी के लोग अधिक बीमार होने का मुख्य कारण मिट्टी के स्पर्श से अपने आप को दूर रखना है। पहले के लोग बिना चप्पल के (नंगे पैर) अधिक चलते थे और मिट्टी के बर्तनों में खाना पीना का अधिकतर चलन था, यही कारण है कि अभी के तुलना में पहले के लोग स्वस्थ थे।
धूप: धूप का महत्व उनके विटामिन डी के मुख्य स्रोत से जाना जाता है। दुनिया का सबसे सुरक्षित और प्राकृतिक विटामिन डी का स्रोत धूप को ही माना जाता है। माना जाता है कि विटामिन डी की कमी को धूप दूर कर सकता है। गर्मी में सुबह और जाड़ों में दोपहर का धूप लेना बेहतर होता है।
आहार: ते शब्द सही है (असंतुलित आहार करे आपको बीमार) जब से फ़ास्ट फ़ूड का चलन हुआ है तभी से असंतुलित आहार सामान्य बात हो गई है। असंतुलित आहार से आपके शरीर में विटामिन और मिनरल्स के असंतुलन से आप बीमार हो सकते हैं।
जीवनशैली: सही जीवनशैली स्वस्थ रहने का सबसे मुख्य मंत्र कहा जाता है क्योंकि अगर ये जीवनशैली न बदला गया और उपर बताये गये जितने भी मंत्र हैं उसको आप कर रहे हैं तो सब बेकार है बिना जीवनशैली बदले आप स्वस्थ नहीं रह सकते हैं। आपके जीवनशैली में 7 से 8 घण्टों की पर्याप्त नींद, प्रतिदिन योगाभ्यास, व्यायाम, सुबह की सैर आदि शामिल है।
मैं प्राकृतिक जीवनशैली को क्यों अपनाया?
सबसे पहले प्रकृति से प्यार हुआ फिर प्रकृति संसाधनों से, प्राकृतिक चिकित्सा की सबसे अच्छी बात यह है कि बिना शारीरिक दुष्प्रभाव के सभी रोगों का सफलतापूर्वक उपचार हो जाता है। मैं अपना 5 से 6 बीमारियों को बिना दवा के योगासन और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से ठीक किया है।
हमारा लक्ष्य: हमारा लक्ष्य पूरे भारत के अस्वस्थ व्यक्तियों को इस प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से रोग मुक्त करना है।
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