इस लेख में जानेंगे हाइपोग्लाइसीमिया किसे कहते हैं इनके कारण और लक्षण (hypoglycemia kise kahte hain karan lakshan aur upay in hindi) साधारण भाषा में कहें तो हाइपोग्लाइसीमिया को ब्लड शुगर लेवल अचानक कम हो जाने को कहते हैं।
पर्यायवाची: अल्प ग्लूकोज रक्तता, हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia)
हाइपोग्लाइसीमियारोग रोग किसे कहते हैं?
यह एक आपात कालीन स्थिति है। इसके अन्तर्गत रक्त में शर्करा/शक्कर (ग्लूकोज) की मात्रा आवश्यकता से कम हो जाती है। (सामान्य/प्राकृत यानि नार्मल मात्रा 80 मिग्रा० प्रतिशत से कम) ब्लडशुगर के 50 मिग्रा० प्रतिशत से कम हो जाने पर रोगी में ‘हाइपोग्लाइसीमिया’ के लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं। इसके बहुत से कारण हो सकते हैं।
हाइपोग्लाइसीमियारोग होने का कारण:
• मधुमेह के रोगी द्वारा अधिक औषधि लेने से।
• अधिक समय तक भोजन न करने से।
• पैन्क्रियाज के विकार (समस्या) होने से।
• यकृत (लीवर) के एन्जाइम्स की कमी से।
• ग्लूकागन (Glucagon) की कमी से।
• पैन्क्रियाज में कैंसर होने पर।
• रोगी द्वारा अधिक इन्सुलिन से।
• बहुत अधिक व्यायाम करने से।
हाइपोग्लाइसीमियारोग होने के लक्षण:
• ठण्डा पसीना आना।
• शरीर का हिलना (Shankiness, Trembling)
• हृदय की धड़कन तेज होना।
• हृदय का अधिक तेज गति से धड़कना।
• बालों का खड़ा होना।
• कमजोरी व आलस्य।
• भूख लगना।
• जी मिचलाना, वमन (कय) होना।
• भय लगना।
• मस्तिष्क का परेशान होना तथा चिन्ता।
• भलीप्रकार सोच न पाना तथा भूलना।
• बार-बार जंभाई लेना और सिरदर्द ।
• बेचैनी और सिर घूमना।
• हाथ-पैरों में सनसनाहट।
• चक्कर आकर बेहोश हो जाना।
• शरीर के एक ओर पक्षाघात (लकवा) हो जाना।
• याददास्त स्थायी रूप से चले जाना।
• रोगी का भ्रमित हो जाना, उत्तेजित होकर शोर मचाना, लड़खड़ाकर चलना, दौरे पड़ने लगना, एक की दो वस्तुऐं दिखाई देना।
• व्यवहार में परिवर्तन आ जाना, रोगी का गुस्सैल हो जाना।
हाइपोग्लाइसीमिया के उपाय:
यदि रोगी पहले से ब्लड शुगर की दवा खा रहे हैं तो उस दवा को जल्द से जल्द कोई मीठी चीज देना जैसे रसगुल्ला आदि से ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल हो जाता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।