परिचय: खुबानी सबसे महत्वपूर्ण फल माना जाता है। यह उप-अम्ल वर्ग के अंतर्गत आता है। कच्ची अवस्था में यह कुछ अम्ल होता है|

कब्ज: फल को कोमल रेचक के रूप में अत्यधिक महत्व दिया जाता है और कब्ज के उपचार में लाभकारी होता है। यह इसकी सेल्यूलोज और पेक्टिन सामग्री के कारण है।

अपच: खुबानी में एक क्षारीय प्रतिक्रिया होती है। यदि भोजन से पहले सेवन किया जाए तो वे पाचन में सहायता करते हैं।

खून की कमी: खूबानी में आयरन की मात्रा अधिक होने के कारण यह एनीमिया के लिए एक अच्छा आहार है। डॉ व्हिपल और डॉ रॉबशिएट रॉबिंस के अनुसार फल में कॉपर की कम लेकिन आवश्यक मात्रा शरीर को आयरन उपलब्ध कराती है

बुखार: खुबानी का ताजा रस, ग्लूकोज या शहद के साथ मिश्रित, बुखार के दौरान एक बहुत ही ठंडा पेय है। यह प्यास बुझाता है और शरीर से अपशिष्ट उत्पादों को समाप्त करता है।

त्वचा के रोग: खुबानी के पत्तों का ताजा रस त्वचा रोगों में उपयोगी होता है। इसे ठंड के संपर्क में आने से होने वाली खुजली, एक्जिमा, सन-बर्न और त्वचा की खुजली में लाभकारी परिणामों के लिए लगाया जा सकता है।

एप्रीकॉट को किस बीमारी में कैसे खाया जाये ये जानने के लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें? इस फल के बारे में हम डिटेल में आर्टिकल लिखा है|

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