परिचय: सेब एक उप-अम्लीय फल है और सभी फलों में सबसे मूल्यवान है। यह एक मांसल फल है, जिसमें सख्त त्वचा होती है, जिसका रंग हरे पीले से लाल तक होता है।

एनीमिया: आयरन, आर्सेनिक और फॉस्फोरस से भरपूर सेब एनीमिया के इलाज में बेहद फायदेमंद होते हैं। यह ताजा तैयार सेब के रस के रूप में विशेष रूप से उपयोगी होगा।

कब्ज और दस्त: सेब कब्ज और दस्त दोनों के इलाज में फायदेमंद होते हैं। कच्चा सेब कब्ज के लिए अच्छा होता है। आंतों की उचित निकासी के लिए रोजाना कम से कम दो सेब खाने चाहिए।

पेचिश: सेब बच्चों में तीव्र और पुरानी पेचिश में उपयोगी पाया गया है। इस विकार में पके और मीठे सेबों को पीसकर गूदा बनाकर बच्चे को दिन में एक से चार चम्मच से लेकर उम्र के अनुसार कई बार देना चाहिए।

पेट के विकार: पेट की ख़राबी के लिए एक प्राकृतिक 'सेब की दवा' तैयार की जाती है, जिसमें एक पूरे सेब को काटकर हल्का सा मैश किया जाता है। इसे दालचीनी या शहद के साथ छिड़का जा सकता है।

सिर दर्द: सेब हर तरह के सिरदर्द के इलाज में बेहद फायदेमंद होता है। पके सेब को ऊपर का छिलका और अंदर का सख्त भाग निकालकर थोड़े से नमक के साथ रोज सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए।

हृदय रोग: सेब हृदय रोगियों के लिए विशेष महत्व के हैं। वे पोटेशियम और फास्फोरस में समृद्ध हैं लेकिन सोडियम में कम हैं।

उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप के मामलों में सेब को अमूल्य माना जाता है। सेब के आहार में तेजी से और काफी मूत्रवर्धक प्रभाव होता है जिससे मूत्र का स्राव बढ़ जाता है और इस प्रकार रक्तचाप सामान्य हो जाता है।

गठिया रोग: सेब को गठिया और गठिया के लिए एक उत्कृष्ट खाद्य औषधि के रूप में माना जाता है, खासकर जब ये रोग यूरिक एसिड विषाक्तता के कारण होते हैं।

सूखी खाँसी: सूखी खाँसी में मीठे सेब फायदेमंद होते हैं। लगभग एक सप्ताह तक रोजाना लगभग 250 ग्राम मीठे सेब खाने से आराम मिलता है।

गुर्दे की पथरी: सेब गुर्दे की पथरी में उपयोगी है। उन देशों में जहां प्राकृतिक मीठा साइडर आम पेय है, पथरी या पथरी के मामले व्यावहारिक रूप से नहीं पाया जाता हैं। पके ताजे फल अधिक लाभकारी हैं।

नेत्र विकार: सेब के छिलके का पानी एक पेय के रूप में और एक आँख धोने के रूप में सूजन आँखों के लिए एक उत्कृष्ट दवा है। यह पेय पानी से अच्छी तरह ढके हुए पैन में छिलकों को डालकर तैयार किया जाता है।

दांतों की बीमारी: सेब के नियमित सेवन से दांतों की सड़न को रोका जा सकता है क्योंकि इनमें मुंह को साफ करने वाला गुण होता है।

प्रयोग: सेब आमतौर पर कच्चा लिया जाता है और मीठे फल के रूप में प्रयोग किया जाता है। सेब को सलाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है