Ashokarishta syrup uses in hindi | अशोकारिष्ट सिरप के फायदे और नुकसान, परिचय, बनाने की विधि, सेवन विधि

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परिचय: 

अशोकारिष्ट (Ashokarishta) एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो मासिक धर्म के समय की समस्याओं को ठीक करने में मदद करने के लिए प्रयुक्त होती है। यह सिरप प्राकृतिक सामग्रियों से बनता है और जीरकादि जड़ी बूटियों का संयोजन करता है। निम्नलिखित हैं अशोकारिष्ट के कुछ फायदे और नुकसान:

ashokarishta banane ki vidhi

अशोकारिष्ट बनाने की विधि: ashokarishta banane ki vidhi

अशोक की छाल 5 सेर को जौकुट कर अच्छे ताँबे या पीतल के कलईदार बर्तन में 1 मन 11 सेर 16 तोला जल में डाल कर मन्दाग्नि से क्वाथ बनावें। जब चतुर्थांश जल 12 सेर 4 तोला बाकी रहे, तब उतार कर कपड़े से छान लें। 

ठण्डा हो जाने पर उसमें 10 सेर गुड़ मिलावें पश्चात् भांड या उत्तम काठ की टंकी में डालकर उसमें धाय के फूल 64 तोला, स्याह जीरा, नागरमोथा, सोंठ, दारुहल्दी, नीलोफर, हरड़, बहेड़ा, आमला, आम की मींगी, सफेद जीरा, वासक मूल और सफेद चन्दन – प्रत्येक का चूर्ण 4-4 तोला मिलाकर, यथाविधि सन्धान करके 1 माह के बाद (तैयार होने पर) छान कर रख लें।  

अशोकारिष्ट सिरप सेवन विधि: अशोकारिष्ट सिरप कैसे पीना चाहिए: ashokarishta syrup uses in hindi

1 तोला से 2 तोला समभाग जल मिलाकर भोजन के बाद दें।

ashokarishta ke fayde in hindi

अशोकारिष्ट के फायदे: ashokarishta ke fayde in hindi

1. मासिक धर्म के समय की समस्याओं का समाधान: यह आयुर्वेदिक औषधि पीरियड्स के समय होने वाली दर्द, ब्लीडिंग जैसी स्थितियों को कम करने में मदद कर सकती है।

2. गर्भाशय स्वास्थ्य को सुधारना: यह गर्भाशय की स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है और गर्भाशय संबंधित समस्याओं को दूर कर सकता है।

3. पीरियड्स की नियमितता: अशोकारिष्ट (Ashokarishta) का नियमित सेवन करने से मासिक धर्म की नियमितता में सुधार हो सकता है।

4. पौरुष और स्त्री स्वास्थ्य: इसे पुरुषों और स्त्रियों दोनों के लिए उपयोग किया जा सकता है और उनके प्राकृतिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।

ashokarishta ke nuksan in hindi

अशोकारिष्ट के नुकसान: ashokarishta ke nuksan in hindi

1. एलर्जी: अगर कोई व्यक्ति को अशोकारिष्ट (Ashokarishta) के सेवन से एलर्जी होता है या उन्हें किसी एलर्जी की बीमारी है, तो उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

2. बच्चों और गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान और बच्चों को इस आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

3. दवाओं के साथ सेवन: अगर आप किसी और दवा का सेवन कर रहे हैं, तो अशोकारिष्ट (Ashokarishta) का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें, क्योंकि कुछ दवाओं के साथ इसका सेवन नहीं किया जाना चाहिए।

4. दोषों का संतुलन: यदि आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर नहीं हैं, तो आपको इसे सही मात्रा और सही तरीके से लेना चाहिए।

नोट: अशोकारिष्ट (Ashokarishta) का सेवन करने से पहले, अपने वैद्य या आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें ताकि वे आपके लिए सही मात्रा और उपयोग के लिए सुझाव दे सकें।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

FAQ:

अशोकारिष्ट क्या है?

अशोकारिष्ट (Ashokarishta) एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो मासिक धर्म के समय की समस्याओं को ठीक करने में मदद करने के लिए प्रयुक्त होती है।

अशोकारिष्ट कितने दिन पीना चाहिए?

यह मरीज के रोग के अनुसार निर्भर करता है।

अशोकारिष्ट कितना बोतल पीना चाहिए?

यह रोग के तीव्रता और मरीज के प्रकार पर निर्भर करता है।

पीरियड में अशोकारिष्ट पीना चाहिए

बिल्कुल, दर्दनाक पीरियड में अति फायदेमंद होता है।

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