Doodh me ghee milakar pine ke fayde in hindi | Benefits of ghee milk: दूध में घी मिलाकर पीने के 7 जबरदस्त फायदे
गाय का घी और दूध कई फायदों से भरपूर सुपरफूड हैं। ये दोनों हमारे लिए पोषक तत्वों और अच्छे स्वास्थ्य के समृद्ध स्रोत हैं। जबकि घी दूध से प्राप्त होता है, आप दूध में घी मिला सकते हैं और इस शक्तिशाली स्वास्थ्य बूस्टर को पी सकते हैं।
दूध में पोषक तत्व:
दूध में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, प्रोटीन, आयरन, सेलेनियम, नियासिन, राइबोफ्लेविन और थियामिन होता है। इसमें विटामिन ए, डी, बी-6, ई और K भी होते हैं। दूध में प्रोटीन बीटा-कैसीन A1 और A2 पाए जाते हैं। A2 ज्यादा फायदेमंद होता है और देसी गाय के दूध में पाया जाता है। दूध में भी फैट होता है, जो स्रोत के अनुसार बदलता रहता है, जैसे गाय या भैंस।
घी में पोषक तत्व:
घी में वसा में घुलनशील विटामिन ए, डी, ई और के होते हैं। इसमें ब्यूटिरिक एसिड, डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड, एक ओमेगा-3 फैटी एसिड), और सीएलए (संयुग्मित लिनोलिक एसिड, एक ओमेगा-6 फैटी एसिड) होता है। देसी गाय के दूध के साथ बिलोना प्रक्रिया से बना घी ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि यह पोषक तत्वों को बरकरार रखता है। घी स्वस्थ वसा का एक ज्ञात स्रोत है।
दूध में घी मिलाकर पीने के 7 फायदे:
प्राचीन आयुर्वेद रात में दूध के साथ देसी घी लेने के फायदे बताता है। यह एक अविश्वसनीय उपचार मिश्रण है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का ख्याल रखता है और कई अन्य बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। आइए दूध के साथ घी लेने के फायदों का विश्लेषण करते हैं।
1. पाचन शक्ति में सुधार करता है और चयापचय को बढ़ाता है:
घी-दूध का कॉम्बो मानव शरीर में पाचन एंजाइमों के स्राव को प्रेरित करता है जो जटिल खाद्य कणों को तोड़ने में मदद करता है। यह पाचन को गति देता है और चयापचय को बढ़ाता है। यह वजन प्रबंधन और वजन घटाने में भी मदद करता है!
कब्ज से पीड़ित लोगों को इस उपाय से राहत मिलती है। घास चरने वाली गायों से प्राप्त घी और गर्म दूध के साथ लेने से पुरानी कब्ज के लिए एक प्राकृतिक औषधि है।
2. जोड़ों के दर्द से राहत:
घी जोड़ों को चिकना बनाता है और उनमें सूजन और जलन कम करता है। इसमें ब्यूटिरेट, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड होते हैं, जो सभी सूजन और दर्द को कम करते हैं। दूध में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के लिए जरूरी होता है। अगर दूध में घी डाला जाता है, तो घी में मौजूद विटामिन K2 दूध से कैल्शियम के अवशोषण में मदद करेगा। इसीलिए आयुर्वेद में दूध-घी का कॉम्बिनेशन जोड़ों के दर्द के लिए फायदेमंद माना जाता है और जोड़ों की अकड़न के लिए यह एक बेहतरीन उपाय है।
3. इम्यूनिटी बूस्टर और हार्टबर्न से राहत:
गुनगुने दूध के साथ एक चम्मच गाय का घी अल्सर और एसिडिटी की जलन को कम करने में मदद करता है। एक प्राकृतिक रेचक के रूप में, देसी घी पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को खत्म करता है, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करता है और प्राकृतिक शक्ति को पुनर्स्थापित करता है। प्रतिरक्षा ज्यादातर आंत पर निर्भर करती है। चूंकि घी और दूध आंतों के लिए फायदेमंद होते हैं, इसलिए घी-दूध का मिश्रण इम्युनिटी के लिए शानदार है।
4. शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ाता है:
देसी घी दूध के साथ मिलकर शारीरिक शक्ति को बल देता है और लंबे समय तक और कड़ी मेहनत करने के लिए सहनशक्ति को बढ़ाता है। यह मिश्रण विशेष रूप से खिलाड़ियों और शारीरिक श्रम में शामिल लोगों के लिए बेहतर है।
इतना ही नहीं, घी के साथ दूध का सेवन एक स्वस्थ यौन जीवन प्रदान करने के लिए माना जाता है। यह यौन सहनशक्ति को बढ़ाने और वीर्य उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।
5. ग्लोइंग और हेल्दी स्किन के लिए:
बढ़ते प्रदूषण और तनाव के कारण अक्सर त्वचा में रूखापन या धब्बेदार रंगत का अनुभव होता है। घी और दूध उनके मॉइस्चराइजिंग गुणों के लिए जाने जाते हैं। त्वचा को हाइड्रेट करने और उसकी चमक वापस लाने के लिए हल्दी वाले दूध में घी डालने की सलाह दी जाती है। यह कॉम्बिनेशन शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर त्वचा पर होने वाले फोड़े-फुंसियों और पिंपल्स को ठीक करने में भी मदद करता है। यह एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याओं के लिए भी मददगार है।
6. मानसिक क्षमता में सुधार करता है और तनाव से राहत देता है:
घी विटामिन, पोषक तत्वों और डीएचए से भरपूर होता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। दूध मस्तिष्क में ग्लूटाथियोन को बढ़ाता है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ता है। जहां घी में मौजूद सीएलए अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, वहीं दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन सेरोटोनिन में बदल जाता है, जो नसों को आराम देता है। यह सुपरफूड मिक्स तनाव दूर करने का रामबाण इलाज है। यह बढ़ते बच्चों के लिए मस्तिष्क की शक्ति और स्मृति कौशल में सुधार करने के लिए अद्भुत काम करता है।
7. खांसी-जुकाम में असरदार:
हल्दी और देसी गाय के घी को गर्म देसी गाय के दूध के साथ लेने से खांसी, जुकाम और साइनसाइटिस का जाना माना इलाज है। यदि नियमित रूप से लिया जाए तो यह गले में खराश, सूंघने, छींकने और खांसी को कम करता है। हल्दी-घी वाले दूध में एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। चूंकि इस कॉम्बो के सेवन से वात-पित्त-कफ संतुलित होते हैं, बेहतर पाचन संक्रमण के जोखिम को कम करता है।
सावधानियां: हृदय रोगी इस मिश्रण के सेवन से बचें।
निष्कर्ष: इसके अलावा दूध के साथ देसी घी के और भी कई फायदे हैं। यह हमारे संवेदी अंगों की क्षमता और शरीर के ऊतकों के विकास में सुधार करता है। आपको किसी विश्वसनीय स्रोत से ही उत्तम घी का सेवन करना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।