Mental Deficiency: बुद्धिमन्दता किसे कहते हैं और बुद्धिमन्दताकितने प्रकार के होते हैं

इस लेख में जानेंगे बुद्धिमन्दता किसे कहते हैं (Mental Deficiency kise kahte hain)

पर्यायवाची: बुद्धि न्यूनता, हीनबुद्धिता, क्षीण बुद्धि, मूढ़ बुद्धि (Imbecile) 

बुद्धिमन्दता किसे कहते हैं?

इस रोग के लिए आजकल नीचे लिखे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है-

• ईडियट (Idiat) अथवा जड़ वुद्धि- ऐसे मानसिक-विकार वाले बच्चों या वयस्कों को यह चेतना भी नहीं रहती कि सामने नदी प्रवाहित (नदी का बहना) हो रही है उसमें वह डूब जायेगा अथवा आग जल रही है, उससे सावधान रहे अन्यथा वह उसकी ज्वाला/आग में जल जायेगा। ऐसे व्यक्ति की प्रत्येक क्षण पूर्ण रूपेण सावधानीपूर्वक देखभाल करनी पड़ती है ।

• मोरल डिफैक्टिव (Moral Defective) या नैतिक दोषयुक्त-ऐसे बच्चे अथवा वयस्क व्यक्ति का आचरण साधारण मर्यादाओं से बाहर होने से इनकी खोज-खबर अधिक करनी पड़ती है।

• फीबुल माइन्डेड (Feeble minded) या क्षीण बुद्धि-ऐसे विकार युक्त बच्चों का मानस अविकसित रहता है जिनकी लगातार देखभाल अत्यावश्यक है। इन्हें ज्ञानप्राप्ति के लिए विशिष्ट प्रकार की पाठशालाओं की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि सामान्य स्कूलों में उनका बौद्धिक विकास नहीं हो पाता है।

• इम्बेसाइल (Imbecile) या मूढ़ बुद्धि-ऐसे बच्चे इतने बुद्धिहीन (मूर्ख) होते हैं कि वे अपनी यथोचित व्यवस्था करने में भी असमर्थ रहते हैं। वैसे वह सामान्य कार्य कर सकते हैं। स्वास्थ्यावस्था में भी सामान्यावस्था में बच्चे अपने हाथों से सामने की वस्तुओं को पकड़ लेते हैं किन्तु इस रोग से पीड़ित होने पर वह ऐसा न करके शिथिल पड़े रहते हैं। विभिन्न शारीरिक क्रियाओं (यथा-चलना-फिरना, बोलना, उठना-बैठना आदि) से भी बच्चों की बुद्धि मन्दता का पता चलता है। 

ऐसा बच्चा किलकारी आदि मारने, हंसने, खेलने से भी जड़ दिखायी पड़ता है, वह उसमें दिलचस्पी नहीं लेता है। किसी-किसी बच्चे को शरीर में कम्पन, मूर्च्छा, आक्षेप (कम्वलशन) के दौरे आते हैं। बुद्धिमन्द्य बालक जांच या परीक्षण करते समय गुमसुम बैठा रहता है, वह न प्यार-दुलार करने से हंसता है न किलकारी मारता है। कुछ बच्चे बहुत झूठ बोलते हैं, अत्यधिक गालियां बकते हैं, कुछ चोर बन जाते हैं तथा कुछ मार-काट करने वाले ईष्यालु स्वभाव के होते हैं।

प्रसव काल में आघात, वंश परम्परा से जड़ बुद्धित्व, अपस्मार (मृगी) से उत्पन्न मन का भ्रम,फिरंग (सिफलिस) रोग से उत्पन्न मन का भ्रम, मंगोलता, अवटुवामनता मस्तिष्क का सूक्ष्म हो जाना (Epiloia) अर्थात मस्तिष्क में अर्बुद काठिन्य के उत्पन्न हो जाना, मस्तिष्क पाक के उपरान्त के समय में बच्चों के माता-पिता में मनोविकृति से ग्रसित होने का इतिहास मिलता है।

जन्म के समय मस्तिष्क पर आघात लगने से (Birth Trauma) अथवा बाद में सिर पर आघात लगने से (Cerebral Injury) अथवा मृगी/अपस्मार रोग से लगभग 4-5% बच्चे मन्द बुद्धि (Imbecile) होते हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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