सर दर्द होने का कारण, लक्षण और जांच

sar dard hone ka karan aur lakshan in hindi | सर दर्द होने का कारण, लक्षण और जांच

सर दर्द होने का कारण:

• मस्तिष्क रोग 

• मस्तिष्क में रक्त पहुंचाने वाली रक्तवाहिनियों के रोग 

• चोट लग जाने के बाद 

• आँख, कान, दाँत, एवं गर्दन के रोगों में

• ज्वर-मलेरिया, टायफायड, फ्लू आदि में 

• सार्वदैहिक रोग (यथा-अम्लपित्त (एसिडिटी), कब्ज, मूत्र विषमता (यूरेमिया) 

• मानसिक रोग तथा हिस्टेरिया 

• बन्द कमरे में (जिनमें शुद्ध हवा को आवागमन न हो) 

• लू (Loo ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली गर्म हवा) लग जाने से 

• अधिक रक्तचाप

• आँखों की टेन्शन का बढ़ना तथा रोशनी कम होना

• अधिक ऊँचाई वाले स्थान पर यात्रा करने से

• सिर पर बाह्य दबाव पड़ने से

• स्त्रियों में मासिक धर्म के समय, मासिक धर्म से पूर्व तनाव में, रजोनिवृत्ति काल में

• कुछ औषधियाँ-(यथा मार्फीन, कुनैन, तम्बाकू, अल्कोहल आदि) अधिक मात्रा में लेने/सेवन करने से

सर दर्द के प्रमुख लक्षण:

• अनिद्रा (रोगी को नींद नहीं आती है)

• सिर में निरन्तर दर्द अथवा रूक-रूक कर तेज दर्द होना

• बेचैनी बनी रहना

• जी घबराना, मिचली व उल्टियां (वमन) आना 

• वायु (गैस) व अधिक रक्तचाप वाले रोगियों के सिर में भारीपन बना रहता है

• तनाव (टेन्शन) से उत्पन्न सिरदर्द में जकड़न अनुभव होती है

• चिन्ता, क्रोध, मानसिक कारणों से भी सिरदर्द बना रहता है। 

• मासिक धर्म में, आर्तव की अनियमितता में रोगिणी/स्त्री को हल्का-हल्का सिरदर्द बना रहता है

• मस्तिष्क / वरण शोथ, फ्लू एवं अन्य विषमताओं में सिरदर्द तेज होता है

• ज्वरों, मदात्यय (अल्कोहोलिज्म), सिर की चोट मस्तिष्कवरण के नीचे रक्त स्राव व लम्बर पंक्चर में सिरदर्द तीव्र स्वरूप का तथा अचानक होता है

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सर दर्द के लिए जांच / निदान:

• सिरदर्द के साथ-स्मृति नाश, शिरोभ्रम, सिनकोपी (Syncope) स्वल्प मूर्च्छा के लक्षण भी हों तो मस्तिष्क में आर्टरी स्केलोरोसिस (Arteriosclerosis) का निश्चय करें।

• ज्वर, आक्षेप तथा कण्ठ कुब्जता के लक्षण हों तो-मैनिन जाईटिस (Meningitis) का सन्देह करें

 • रक्तभार से सिरदर्द हो तो झुकने तथा क्रोध करने से बढ़ता है तथा सुबह (प्रातःकाल) विशेष होता है

 • जो सिर दर्द औषधियों से ठीक न हो एवं तीव्र हो तो मस्तिष्काबुर्द का सन्देह करना चाहिए। अर्बुद (Tumor) का दर्द-प्रायः प्रातः काल होता है। खांसने, झुकने, जोर लगाने से जब सिर में प्रैशर बढ़ता है तब बढ़ता है अर्थात लेटने पर बढ़ता है।

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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