Yograj guggulu uses in hindi: योगराज गुग्गुल के फायदे और नुकसान, योगराज गुग्गुल क्या है, बनाने की विधि, सेवन विधि

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परिचय:

योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जिसे हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रयोग किया जाता है। यह एक हर्बल सुपारी प्रसादन तंत्रिका है, जिसमें मुख्य घटक योगराज और गुग्गुल होते हैं, जिनका संयोजन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) बनाने की विधि: योगराज गुग्गुल की सामग्री: yograj guggulu ingredients:

चित्रक, पीपलामूल, अजवायन, कालाजीरा, वायविडंग, अजमोद, जीरा, देवदारु, चव्य, छोटी इलायची, सेंधा नमक, कूठ, रास्ना, गोखरू, धनियाँ, हर्रे, बहेड़ा, आमला, नागरमोथा, सोंठ, मिर्च, पीपल, दालचीनी, खस, यवक्षार, तालीस पत्र और तेजपत्र – इन सब का कपड़छन किया हुआ चूर्ण 1-1 तोला, शुद्ध गुग्गुल सब दवा के बराबर लेकर, गुग्गुल में आवश्यकतानुसार थोड़ा-थोड़ा घी और थोड़ा-थोड़ा उपरोक्त चूर्ण मिला कर कूटें । जब सम्पूर्ण चूर्ण गुग्गुल में अच्छी तरह मिल जाय, तो 3-3 रत्ती की गोलियाँ बना सुखा कर, सुरक्षित रख लें।

योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) का सेवन कैसे करें: yograj guggulu ka sevan kaise kare:

मात्रा और अनुपान 2 से 6 गोली, सुबह-शाम वात-विकारों में दशमूल क्वाथ के साथ तथा बलवृद्धि और शरीर पुष्टि के लिए गो-दुग्ध के साथ दें।

वातरक्त में गिलोय (गुर्च) का रस और मधु के साथ दें। उदर विकार में पुनर्नवा रस के साथ दें, शिरोरोग में गरम दूध से, मेद रोग में केवल मधु से पित्त विकार में गुर्च या धनियाँ-क्वाथ के साथ और कफ दोष में अश्वगन्धादि क्वाथ या पीपल के क्वाथ से दें।

योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) के फायदे: yograj guggulu uses in hindi:

1. अंधश्रद्धा सफलता (Blind faith success): यह प्रमुख वातरोग और शिरोरोग का सम्मेलन बनाता है और अंधश्रद्धा (रुग्ण की ध्यान की क्षमता की कमी) को दूर करने में मदद करता है।

2. आर्थराइटिस (Arthritis) और जोड़ों का दर्द (Join pain): योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) का नियमित सेवन आर्थराइटिस, गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान कर सकता है।

3. अस्थि-मज्जा स्वास्थ्य: इसका सेवन अस्थि-मज्जा संरचना को मजबूती देने में मदद कर सकता है, जिससे हड्डियों की स्वास्थ्य बेहतर होती है।

4. श्वसन संक्रमण: यह श्वसन प्रणाली के संक्रमण को कम करने में मदद कर सकता है, जैसे की अस्थमा और ब्रोंकाइटिस।

5. पाचन शक्ति में सुधार: यह पाचन शक्ति को बढ़ावा देने में मदद करता है और आहार को अच्छे से पचाने में सहायक हो सकता है।

6. आंत्र में सुधार: यह आंत्र के विभिन्न रोगों में भी लाभकारी हो सकता है, जैसे कि आंत्र अल्सर और क्रोन की बीमारी।

योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) के नुकसान: yograj guggulu side effects:

1. गर्भावस्था (Pregnancy): योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) के सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है।

2. गुर्दे की बीमारी: गुर्दे की समस्याओं वाले व्यक्तियों को यह दवा सावधानीपूर्वक उपयोग करनी चाहिए, क्योंकि इसके अधिक मात्रा से गुर्दे को नुकसान हो सकता है।

3. आलर्जी (Allergy): कुछ लोगों को योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) से त्वचा और अन्य एलर्जिक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।

4. औषधि संयोजन: किसी भी अन्य दवा के साथ योगराज गुग्गुल का सेवन करने से पहले एक विशेषज्ञ से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

5. पेट की समस्याएं: कुछ लोगों को इसके अधिक सेवन से पेट सम्बन्धित समस्या हो सकती हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

FAQ:

योगराज गुग्गुल क्या है?

योगराज गुग्गुल (yograj guggulu) एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जिसे हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रयोग किया जाता है। यह एक हर्बल सुपारी प्रसादन तंत्रिका है, जिसमें मुख्य घटक योगराज और गुग्गुल होते हैं, जिनका संयोजन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

योगराज गुग्गुल बनाने में कौन सी सामग्री डाली जाती है?

चित्रक, पीपलामूल, अजवायन, कालाजीरा, वायविडंग, अजमोद, जीरा, देवदारु, चव्य, छोटी इलायची, सेंधा नमक, कूठ, रास्ना, गोखरू, धनियाँ, हर्रे, बहेड़ा, आमला, नागरमोथा, सोंठ, मिर्च, पीपल, दालचीनी, खस, यवक्षार, तालीस पत्र और तेजपत्र।

योगराज गुग्गुल का सेवन विधि क्या है।

मात्रा और अनुपान 2 से 6 गोली, सुबह-शाम वात-विकारों में दशमूल क्वाथ के साथ तथा बलवृद्धि और शरीर पुष्टि के लिए गो-दुग्ध के साथ दें।

योगराज गुग्गुल के क्या क्या फायदे हैं?

अर्थराइटिस, शक्ति बढ़ाने, पाचन शक्ति, हड्डी से सम्बंधित समस्याओं में अति लाभदायक होता है।

योगराज गुग्गुल के क्या क्या नुकसान हैं?

अधिक सेवन करने से गुर्दे की समस्या, एलर्जी, गर्भावस्था में नुकसानदायक हो सकता है।

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