Avipattikar churna uses in hindi | अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान, परिचय, सामग्री, बनाने की विधि, सेवन विधि
अविपत्तिकर चूर्ण का परिचय:
आयुर्वेद में आयुर्वेदिक औषधियों का महत्वपूर्ण स्थान है, जिनमें अविपत्तिकर चूर्ण एक प्रमुख औषधि है। यह चूर्ण प्राकृतिक रूप से बनाया जाता है और विभिन्न रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है। इस लेख में, हम अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान पर विचार करेंगे।
अविपत्तिकर चूर्ण बनाने की विधि:
सोंठ, पीपल, काली मिर्च, हरड़, बहेड़ा, आँवला, नागरमोथा, विड्नमक, वायविडंग, छोटी इलायची और तेजपात — प्रत्येक 1-1 तोला, लौंग 11 तोला, निशोथ की जड़ 44 तोला और मिश्री 66 तोला लेकर सब को कूट-कपड़छन चूर्ण बना कर सुरक्षित रख लें।
नोट: कई वैद्य विड्नमक के स्थान पर नवसादर भी डालते हैं।
अविपत्तिकर चूर्ण लेने का तरीका | अविपत्तिकर चूर्ण खाने का तरीका
3-6 माशा, सुबह-शाम ठण्डे पानी, धारोष्ण दूध या कच्चे नारियल के जल के साथ दें। यदि आवश्यकता हो, तो रात को सोते समय भी दें।
अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे:
1. आपके पाचन सिस्टम को सुधारता है: अविपत्तिकर चूर्ण पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और आपके पाचन सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
2. कब्ज को दूर करता है: यह चूर्ण कब्ज को दूर करने में सहायक होता है, क्योंकि यह मल का नियमित विसर्जन प्रोत्साहित करता है।
3. आमाशय की सफाई: अविपत्तिकर चूर्ण आमाशय की सफाई करने में मदद कर सकता है और अपच की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।
4. अम्लता को संतुलित करता है: यह चूर्ण अम्लता को संतुलित करने में मदद कर सकता है, जिससे आपके शरीर का अच्छा स्वास्थ्य बना रहता है।
5. पित्त विकारों को कम करता है: अगर आपको पित्त संबंधित विकार हैं, तो यह चूर्ण उन्हें कम करने में मदद कर सकता है।
6. शरीर में ऊर्जा बढ़ाता है: यह चूर्ण शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकता है और थकान को कम कर सकता है।
7. ज्वर को कम करता है: अविपत्तिकर चूर्ण का नियमित सेवन ज्वर को कम करने में मदद कर सकता है।
अविपत्तिकर चूर्ण के नुकसान:
1. उचित मात्रा का अनुपालन न करने से हो सकते हैं नुकसान: यह चूर्ण उचित मात्रा में ही लेना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में उपयोग से पाचन क्रिया पर असर पड़ सकता है और उलझनों का कारण बन सकता है।
2. गर्भवती महिलाओं के लिए असुरक्षित: गर्भवती महिलाओं को इस चूर्ण का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसका गर्भधारण के प्रति संकेत हो सकता है।
3. अलर्जी या अधिक दुष्प्रभाव की संभावना: कुछ व्यक्तियों को इस चूर्ण के सेवन से अलर्जी का अनुभव हो सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
FAQ
अविपत्तिकर चूर्ण के क्या-क्या फायदे हैं?
पाचन शक्ति को दुरुस्त करता है, कब्ज दूर करता है, पित्त को कम करता है, शरीरिक ताकत के लिए फायदेमंद है।
अविपत्तिकर चूर्ण के क्या-क्या नुकसान हैं?
अधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन क्रिया को खराब कर सकता है, गर्भवती महिलाओं के लिए असुरक्षित, अधिक सेवन से एलर्जी की संभावना।
अविपत्तिकर चूर्ण के सामग्री
सोंठ, पीपल, काली मिर्च, हरड़, बहेड़ा, आँवला, नागरमोथा, विड्नमक, वायविडंग, छोटी इलायची और तेजपात — प्रत्येक 1-1 तोला, लौंग 11 तोला, निशोथ की जड़ 44 तोला और मिश्री 66 तोला लेकर सब को कूट-कपड़छन चूर्ण बना कर सुरक्षित रख लें।