इस आर्टिकल में आप जानेंगे (Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan review in hindi) आयुर्वेदिक आनंद दंत औषधीय मंजन के फायदे। दांत एवं मसूड़ों की समस्या में सबसे अधिक होने वाली समस्या पायरिया है।
पायरिया के घरेलू नुस्खे जब काम नहीं करते हैं तो ऐसी स्थिति में मरीज परेशान हो जाता है और बाजार में मिलने वाले केमिकलयुक्त पेस्ट से सब डरते हैं। इस प्रकार के मरीजों के लिए यह मंजन वरदान साबित हो सकता है। आइये जानते हैं इस प्रोडक्ट के बारे में पूरे विस्तार से।
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan क्या है?
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan एक प्रकार का आयुर्वेदिक दन्त मंजन है।
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan के फायदे
आनंद दंत औषधि निम्नलिखित दंत और मसूढ़ों से संबंधित रोगों में राहत देती है:- दांत दर्द, गुहा दर्द, चबाने में दर्द, दांतों का सड़ना, मसूढ़ों में सूजन के कारण दर्द, खाने-पीने के दौरान गर्म, ठंडे मीठे और खट्टे से मसूड़े और दांतों की संवेदनशीलता, हवा से संवेदनशीलता भी, पायरिया, मसूढ़ों से रक्तस्राव और मवाद, सांस लेने में दुर्गंध, दांतों का पीलापन आदि।
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan की खासियत
• आनंद दंत औषधि भारत का नंबर 1 आयुर्वेदिक टूथ पाउडर है जो आपके परिवार के लिए संपूर्ण आयुर्वेदिक ओरल केयर है।
• दांतों में दर्द सिर्फ 20 मिनट में राहत देता है।
• सेंसिटिविटी में पूर्ण राहत सिर्फ 3 दिन में।
• पायरिया में असाधारण परिणाम देता है।
• गुणवत्ता मानक: भारतीय मानक के अनुसार, यूएसएफडी के अनुसार सफलतापूर्वक उत्तीर्ण।
• सड़े दाँत व कोचर का दर्द एवं ठंडा – गरम लगना 7 मिनट में आराम शुरु, 20 मिनट में आराम, 3-4 दिनों में पूरा आराम।
• पायरिया में 7 दिन बाद से आराम शुरू।
• गुटखा व पान मसाले के कारण बन्द मुँह खोलता है।
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan बनाने में कौनसी जड़ी बूटियों का प्रयोग किया गया है?
• काली मिर्च (Black pepper)
• फिटकिरी (Alum)
• हल्दी (Turmeric)
• सेंधा नमक (Rock salt)
• भल्लातक (Bhallatak)
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan प्रयोग विधि
सामान्य मरीज के लिए: मंजन आवश्यकता अनुसार ले कर उंगलियों या ब्रश से दांतों पर लगायें मसूड़ा सहित लगाने के बाद 5 मिनट तक मुँह में मंजन वाले लार को सब तरफ घुमाएं उसके बाद लार को बाहर फेंक दें और साफ पानी से कुल्ला कर लें। ये प्रयोग सुबह-शाम करें।
दाँतों व मसूड़ों की तकलीफ में: बॉटल में रखे आनंद दन्त औषधि लीजिये। अंगुली से ( ब्रश से नहीं ) दाँतों व मसूड़ों के दोनों ओर ( साइड ) 20-25 मिनिट तक लगातार धीर – धीरे मालिश ( मसाज ) कीजिये। मंजन करने के बाद लार को मुँह में 5 मिनट तक रख कर घुमायें 5 मिनट के बाद साफ पानी से कुल्ला कर लें। दर्द की जगह ज्यादा लगाइये। दिन में 2 बार करें।
पायरिया में खाने वाले फल
• अमरूद
• आंवला
• सेब
• संतरा
• नींबू
• अंगूर
पायरिया में किये जाने वाले योगासन
• अनुलोमविलोम प्राणायाम
• कपालभाति प्राणायाम
• सर्वांगासन
नोट: योग गुरू की देख रेख में ही प्रैक्टिस करें या नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में हम से संपर्क करें मैं आपको लिंक भेजूंगा उसके दिशानिर्देश में ही करें।
सावधानियां
किसी व्यक्ति को कमजोर मसूड़े के कारण छाले अथवा मसूड़े छिल जाने की सम्भावना है, कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाता है। नारियल तेल लगाने से जल्दी ठीक हो जाता है।
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan की कीमत क्या है?
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan का प्राइस अभी 90 रुपये प्रति 80 ग्राम का आता है।
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan ही क्यों खरीदें?
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan यह एक प्राकृतिक प्रोडक्ट (Natural Product) है और इसका रेटिंग भी अच्छा है। ये सवाल अक्सर लोगों के मन में होते हैं। बहुत से लोग वेबसाइट पर प्रोडक्ट का रिव्यु देख कर दुसरे कंपनी का उत्पाद खरीद लेते हैं। यही एक गलती कर देते हैं जो अक्सर लोग करते हैं। अभी के समय में नक्सली उत्पादों का बाज़ार बढ़ता जा रहा है। आप असली प्रोडक्ट आर्डर किये या नकली ये आपको नहीं पता है इसलिए फायदा नहीं हो पाता है। Natural Way Cure पूरे रिसर्च के साथ किसी भी असली प्रोडक्ट को आपके समक्ष प्रस्तुत करने की कोशिश करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
FAQ
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan क्या है?
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan के क्या फायदे हैं?
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan प्रयोग विधि क्या है?
Ayurvedic Anand Dant Aushadhi manjan बनाने में कौनसी जड़ी बूटियों का प्रयोग किया गया है?
• फिटकिरी (Alum)
• हल्दी (Turmeric)
• सेंधा नमक (Rock salt)
• भल्लातक (Bhallatak)