napunsakta kise kahte hain in hindi | नपुंसकता (नामर्दी) किसे कहते हैं

इस लेख में आप जानेंगे कि (napunsakta kise kahte hain in hindi) नपुंसकता (Impotency) किसे कहा जाता है क्योंकि ये ऐसी समस्या है जो वर्तमान समय में बिगड़ने खान-पान की वजह से ये समस्या आम आम हो गई है ऐसे स्थिति में जानकारी होना बहुत ज़रूरी है।

पर्यायवाची: नामर्दी, ध्वजभंग, क्लैब्य।

नपुंसकता रोग का परिचय:

जब पुरुष चाहकर भी स्त्री के साथ सम्भोग न कर सके तो उसको ‘नपुंसक’ कहा जाता है। दूसरे सरलतम शब्दों में इसे यूँ भी कहा जा सकता है कि-सहवास के संयम लौंगिक उत्थान (इरेक्शन) में कभी तथा योनि के बाहर ही वीर्य निकल जाने से पुरुष का स्त्री को संतुष्ट न कर पाना ‘नपुंसकता’ कहलाती है। 

अस्तु ! शीघ्र स्खलन के कारण अथवा लैंगिक उत्थान के अभाव में पुरुष का स्त्री को संतुष्ट न कर पाना ही ‘नपुंसकता’ कहलाती है। बहुत से पुरुषों में प्रचण्ड कामवासना उपस्थित रहती है तथा उसके लिंग के उत्थान । इरेक्शन (लिंग खड़े होने) मे भी कोई कमी नहीं रहती है, वह बिल्कुल ठीक होता है, किन्तु सम्भोग क्रिया के अंत तक लिंग को खड़े रहने का कायम रख पाने में व असमर्थ होते हैं। 

वे सम्भोग से पूर्व स्त्री से प्रेम क्रीड़ाओं के दौरान या लिंग को स्त्री की योनि में प्रविष्ट करने के तुरन्त बाद स्खलित हो जाते हैं और स्त्री (पत्नी) को तृप्त नहीं कर पाते हैं तथा न ही स्वयं संतुष्ट हो पाते हैं। अतः इस स्थिति को भी नपुंसकता ही कहा जायेगा, क्योंकि ऐसा लिंग किस काम का ? जो स्त्री की कामाग्नि को शांत न कर सके। 

ऐसा पुरुष जो स्त्री के साथ सम्भोग न कर सके अथवा सम्भोग के समय प्रयास करने पर तथा इच्छा होने पर भी सम्भोग के समय प्रयास करने पर तथा इच्छा होने पर भी जिसका लिंग उत्थित (खड़ा) न हो सके या जो मैथुन करते समय पसीने से तर-बतर हो जाये, हाँफने लगे, अतिशीघ्र स्खलित हो जाये, उसे ‘नपुंसक’ कहा जाता है।

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। नेचुरल वे क्योर इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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